Friday, November 30, 2018

डियर जिंदगी: सबके साथ होने का भ्रम!

सबसे मिलना-जुलना, गप्‍पे हांकना सब मोबाइल की कोठरी में कैद हो गया है! सोशल मीडिया पर दूसरों के साथ होने का भ्रम धीरे-धीरे मनोरोग में बदल गया है.

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