Saturday, June 30, 2018

इमरजेंसी : जब छात्रों की हुंकार ने सिंहासन हिला दिया

इमरजेंसी को नागरिक अधिकारों पर सबसे बड़ा हमला माना गया. आज भी इसकी डरावनी तस्वीर पेश की जाती है. वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर ने अपनी आत्मकथा "बियांड द लाइन्स" में इमरजेन्सी के कारणों का तथ्यपरक ब्योरा दिया है.

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